ताड़ासन (Palm Tree Pose)
जैसा कि इसके नाम से यह ज्ञात हो जाता है कि ‘ताड़’ वृक्ष के समान यह आसन सीधे खड़े होकर किया जाता है। खड़े होकर किये जाने वाले आसनों में ताड़ासन (Tadasana) प्रमुख माना जाता है।
इस आसन में ताड़ वृक्ष की ऊंचाई, उसका सौन्दर्य तथा उसके दीर्घायु होने का रहस्य छिपा है। इसीलिए इसे ‘ताड़ासन’ (Tadasana) कहा जाता हैं। इसे अंग्रेजी में Palm Tree Pose कहते हैं।
ताड़ासन करने की विधि (How to do Tadasana in Hindi)
Step 1: इस आसन को करने के लिए सर्वप्रथम दोनों पैरों को आपस में मिलाकर सावधान की स्थिति खड़े हो जाएँ।
Step 2: अब साँस लेते हुए दोनों हाथों को एक साथ ऊपर ले जाएँ। हाथों को कान से लगाएँ।
Step 3: अपनी एड़ी ऊपर उठा अपने पंजों पर खड़े होकर शरीर को ऊपर की ओर जितना हो सके खिंचाव दें। कुछ देर इसी अवस्था में रुकें।
Step 4: कुछ समय के उपरांत धीरे-धीरे श्वास को बाहर निकालें तथा पहली अवस्था में आ जाएँ। 10 से 15 बार यह अभ्यास करें।
ताड़ासन करने के लाभ (Benefits of Tadasana in Hindi)
यह आसन की माँसपेशियों के विकास में सहायता करता है। जो बालक अथवा युवक-युवतियाँ अपनी ऊँचाई बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए यह आसन लाभकारी सिद्ध हो सकता हैं।
यह शारीरिक व मानसिक सन्तुलन को विकसित करने में सहायक है। यह उच्च रक्तचाप, कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार में सहायक है साथ ही फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
यह आसन शरीर के Posture को सुधारने में सहायक है। इस आसन के अभ्यास से गलत ढंग से चलने व चपटे पैरों जैसी विकृतियाँ दूर हो जाती हैं। यह आसन साइटिका की समस्या को ठीक करने में सहायता करता है। और पढ़ें: त्रिकोणासन (Triangle Pose)
सावधानियाँ (Precautions)
- गर्भावस्था, पैरों में कोई समस्या, सिरदर्द अथवा निम्न रक्तचाप की समस्या होने ने पर यह आसन न करें।
- बीमार होने की स्थिति में या आपका कोई ऑपरेशन हुआ हो तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही यह आसन करें।
- आसन करते समय कोई परेशानी हो तो डॉक्टर की सलाह लें।