त्रिकोणासन (Triangle Pose)
इस आसन में शरीर का आकार त्रिकोण हो जाता है इसलिए इसका नाम ‘त्रिकोणासन’ (Trikonasana) पड़ा। इसे अंग्रेज़ी में Triangle Pose कहते हैं।
त्रिकोणासन करने की विधि (How to do Trikonasana)
Step 1: सर्वप्रथम सीधे खड़े होकर दोनों पैरों को एक दूसरे से दो फीट के फासले पर रखिए। दोनों हाथों को बगल में सीधे चिपकाए रहिए।
Step 2: इसके पश्चात् बाएँ पैर की तरफ़ उसी बगल में धीरे-धीरे झुकिए और उसी तरफ के हाथ को ज़मीन से लगाइए।
Step 3: अब दाहिना हाथ ऊपर को सौधा उठाइए व पैरों को कड़ा रखिए। इस आसन में केवल कमर तक का हिस्सा झुकेगा। निगाह दाहिने हाथ की तरफ करिए।
समय- 2 मिनिट से 5-10 मिनिट तक इस आसन का अभ्यास किया जा सकता है। और पढ़ें: चक्रासन (Wheel Pose)
त्रिकोणासन से लाभ (Benefits of Trikonasana in Hindi)
इस आसन से रीढ़ में दोनों तरफ झुकाव व लचीलापन आता है। यह आसन मेरुदंड व पेट के अङ्गों को दृढ़ करता है। मलावरोध दूर करके शरीर को हल्का करता है। इससे मनुष्य का कद बढ़ सकता है। और पढ़ें: कब्ज कारण,लक्षण और उपचार
योगी के लिए रीढ़ अथवा मेरुदंड बहुत ही महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इसका सम्बन्ध समस्त स्नायु मंडल व नालिका से है। नालिका में ही मुख्य नाड़ी सुषुम्ना रहती है जिसका कुण्डलिनी चक्र से विशेष सम्बन्ध है। और पढ़ें: बकासन (Crane Pose)