Water FAQs: पानी से जुड़े सवाल जवाब

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पानी से जुड़े भ्रम और सच | Health querries reated to water in hindi

प्रश्न- एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में कितना पानी पीना चाहिए ?

उत्तर- सामान्यतः किसी भी इंसान के लिए 8 से 10 ग्लास पानी पीना पर्याप्त समझा जाता है। हालांकि यह बात परिस्थिति पर निर्भर करती हैं। मसलन, अगर कोई व्यक्ति दिन भर तेज धूप में या अधिक श्रम करता है तो स्वाभाविक रूप से उसे एसी में रहने वाले लोगों की तुलना में ज्यादा प्यास लगेगी और वह अधिक मात्रा में पानी पिएगा।

प्रश्न- मैं कैसे पता करू पानी प्रयाप्त है या नही?

उत्तर- यूरिन की रंगत में पीलापन आमतौर पर इस बात का संकेत है कि शरीर में पानी की कमी है। अगर ऐसा हो तो ज्यादा पानी पीने की कोशिश करें। हालांकि यूरिन का पीला होना किसी रोग का लक्षण भी हो सकता है।

प्रश्न- क्या पानी को खड़े होकर नही पीना चाहिए?

उत्तर- पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिए। खड़े होकर पानी पीने से फूड और विंड पाइप में होने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है। जिसका असर न केवल फेफड़ों पर बल्कि दिल पर भी पड़ता है आयुर्वेद विद्वानों के अनुसार खड़े होकर पानी पीने से गठिया रोग हो सकता हैं। और पढ़ें: गठिया: कारण लक्षण और उपचार

प्रश्न- क्या पानी पीने से गुस्सा शांत होता है?

उत्तर- हाँ, क्रोध की अवस्था मे पानी गुस्सा शांत करने का एक अच्छा विकल्प है।

प्रश्न- प्रातः काल तांबे के लोटे में पानी क्यों पीते है?

उत्तर- आयुर्वेद के अनुसार, पेट के रोग मिटाने के लिए रात भर तांबे के बर्तन में रखे पानी को सुबह खाली पेट पीना चाहिए। अल्सर, अपच और इंफेक्शन जैसी पेट की समस्याओं के लिए ये एक असरदार उपाय है।

प्रश्न- जब हम पानी की बात करते हैं तो क्या उसमें चाय कॉफी, जूस और अन्य तरल पदार्थ भी शामिल होते हैं ?

उत्तर- यहां पानी का मतलब केवल सादे पानी से है क्योंकि पानी का कोई विकल्प नहीं होता।

प्रश्न- क्या यह सच है कि सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में शहद और नींबू का रस मिलाकर पीने से वज़न कम होता है ?

उत्तर- हां, सुबह गुनगुना नींबू पानी पीने से एक्स्ट्रा फैट बर्न होता है। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्‍म बढ़ता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। लेकिन सिर्फ नीबू पानी से ही वजन कम नही हो जाएगा, संतुलित आहर और वर्कआउट भी आवश्यक है। और पढ़ें: मोटापा कैसे कम करें

प्रश्न- क्या खाने के बीच में पानी पीना सेहत के लिए नुक़सानदेह होता है ?

उत्तर- जी हाँ, खाना खाने के बीच मे पानी नही पीना चाहिए। आयुर्वेद अनुसार खाना खाने से 20 मिनट पहले और बाद भी पानी न पिएं। कुछ लोगों को सूखी चीजें निगलने में असुविधा होती है। ऐसे में 1-2 घुट पानी लिया जा सकता है। और पढ़ें: जाने, आयुर्वेद की ABCD

प्रश्न- क्या उबला पानी RO के पानी की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है ?

उत्तर- पानी उबालने के बाद अगर उसे छान कर पिया जाए तो उसमें मौजूद सारे नुकसानदेह जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। जिसके पास ROकी सुविधा नहीं है, उसके लिए यह सही तरीक़ा है। उबला पानी स्टमक इन्फेक्शन और जॉन्डिस जैसी संक्रामक बीमारियों से बचाव में मददगार होता है।

प्रश्न- क्या फ्रिज की तुलना में मटके का पानी सेहत के लिए ज्यादा फ़ायदेमंद होता है ?

उत्तर- फ्रिज का पानी फायदेमंद नही अपितु नुकसान दायक होता है। मटके का पानी जरूर फायदेमंद होता है ध्यान रहे मटके को गर्म पानी से साफ करना चाहिए क्योंकि मटके के छिद्रों में बैक्टेरिया जमा हो सकते है।

प्रश्न- तेज़ धूप से घर वापस लौटने के बाद ठंडा पानी पीने से क्या गला ख़राब हो जाता हैं?

उत्तर- यह सही नहीं है। प्यास लगने पर पानी पीना स्वाभाविक है लेकिन ध्यान रहे कि पानी हमेशा धीरे-धीरे पीना चाहिए। अन्यथा झटके के कारण पेट या गले में दर्द हो सकता है।

प्रश्न- क्या क़ब्ज़ से बचाव के लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए ?

उत्तर- हां, यह सच है। ज्यादा पानी के सेवन और फाइबर युक्त भोजन जैसे दलिया, ओट्स और हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन के साथ क़ब्ज़ की समस्या में राहत मिलती है।

प्रश्न- क्या यह सच है कि हेल्दी स्किन के लिए हमें ज़्यादा पानी पीना चाहिए ?

उत्तर- हां, पानी शरीर में मौजूद नुक़सानदेह तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है। इसके अलावा पानी से शरीर की सभी कोशिकाओं को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का पोषण मिलता है। इसी वजह से त्वचा भी स्वस्थ रहती है।

प्रश्न- क्या शुरुआती छह महीने तक नवजात शिशु को पानी नहीं देना चाहिए ?

उत्तर- जन्म के बाद शुरू के छह महीने तक नवजात शिशु के लिए केवल मां का दूध ही पर्याप्त और सुरक्षित होता है। इसके अलावा उसे अलग से कुछ भी देने की ज़रूरत नहीं होती।

प्रश्न- सिर में चोट लगने के बाद घायल के व्यक्ति को पानी देने से मना क्यों किया जाता है ?

उत्तर- अगर चोट के बाद व्यक्ति पूरे होश में हो तो उसे पानी दिया जा सकता है। अगर दुर्घटना के बाद कोई अचेत हो गया हो तो पानी न दें। ऐसा होने पर जीभ सिकुड़ कर तालू से चिपक जाती है। ऐसे में व्यक्ति को पानी पिलाने से सांस की नली में रुकावट पैदा होकर जानलेवा भी साबित हो सकता है।

प्रश्न- क्या ज़्यादा पानी पीना भी नुक़सानदेह हो सकता है ?

उत्तर- जितना जरूरत हो उतना ही पानी पीना चाहिए। किडनी संबंधी कुछ गंभीर समस्याएं होने पर डॉक्टर कम पानी पीने की सलाह देते हैं क्योंकि पानी की अधिकता से किडनी में अतिरिक्त दबाव पड़ता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर अमल करना ज़रूरी है।

प्रश्न- जिम में वर्कआउट करने वाले लोगों को पानी पीने के मामले में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

उत्तर- एक्सरसाइज़ के दौरान बीच बीच मे थोड़ा करके पानी अथवा एनर्जी ड्रिंक पिएं। इससे शरीर डिहाइड्रेशन होने से बचता है और शरीर को एनर्जी मिलती है ।

प्रश्न- क्या फल खाने के बाद पानी पीना सेहत के लिए नुक़सानदेह होता है ?

उत्तर- चूंकि फल में अपने आप बहुत पानी होता है, इसलिए उसे खाने के बाद पानी पीने की ज़रूरत महसूस नहीं होती। यह बात हमेशा याद रखें कि शरीर को जब भी पानी की ज़रूरत होती है तो व्यक्ति को अपने आप प्यास लगती है और वह बेहिचक पानी पर सकता है।

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