Nails and Health: अपने नाखूनों से जाने सेहत का हाल
नाखूनों से चिकित्सा विज्ञान का काफी पुराना नाता है। पुरातन काल में जब बीमारी की जांच के लिए टेस्ट की सुविधा नहीं होती थी, तब वैद्य नाखूनों के रंग से बीमारी की जांच करते थे। अगर अपने नाखूनों में बदलाव देखें तो सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि नाखून रोगों को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने है। आइए जानते है कि नाख़ून हेल्थ से जुड़ी किन परेशानियों की ओर इशारा करते है-
नाखूनों से जाने सेहत का हाल | What Your Nails Say About Your Health
रूखे नाख़ून: रूखे और बदरंग नाखून रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी का संकेत हैं। नाखूनों पर एक से अधिक धारियां सफ़ेदधारियां किडनी रोग और शरीर में पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकती हैं।
टूटना धंसना: शरीर में विटमिन सी की कमी से नाखून टूटने लगते हैं। आयरन की कमी से उनकी चमक फीकी पड़ने लगती है। विटमिन बी-12 की कमी होने पर नाखून अंदर की ओर धंस जाते हैं।
फीका रंग – नाखूनों का रंग फीका पड़ना या फिर बेरंग होना, किसी प्रकार के इंफेक्शन, पोषण की कमी या शरीर के आंतरिक अंगों की समस्याओं की ओर इशारा करते हैं। नाखूनों का रंग ब्राउन या डार्क होना थायरॉइड या कुपोषण के कारण हो सकते हैं, वहीं नाखूनों का सफेद होना आयरन की कमी का संकेत हैं।
सफ़ेद नाख़ून– अगर नाखूनों का रंग बदलकर पूरी तरह सफ़ेद हो जाए, उस पर धब्बे नज़र आने लगें तो सचेत हो जाएं। यह प्रोटीन की कमी, लिवर, किडनी, हृदय, डायबिटीज़ या आंतों की बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं।
पीले नाख़ून- नाखूनों का रंग पीला होना पीलिया, लीवर सम्बंधित गड़बड़ी, एनीमिया (खून की कमी), हृदय रोग और कुपोषण का संकेत हो सकते हैं। कई बार फंगल इन्फेक्शन या नेल पॉलिश के अत्यधिक प्रयोग के कारण हो सकता है।
नीले नाख़ून- शरीर में ऑक्सीजन का सही ढंग से संचार न होने पर नाखून नीले पड़ने लगते हैं। निमोनिया, हृदय रोग या फेफड़े में इन्फेक्शन की वजह से भी यह समस्या हो सकती है।
लाल नाख़ून- लाल व जामुनी रंग नाखूनों का लाल रंग हाई ब्लडप्रेशर की ओर इशारा करता है।
नाखून में धारियां– यह विटामिन-बी, बी-12, जिंक की कमी कमी का दर्शाता है।
सतह से अलग होना- नाखून का अपनी सतह छोड़ना थायरॉयड अथवा तव्चा रोग का संकेत देता है।
नाख़ून को चमकदार बनाएं रखने के लिए सुझाव:-
- ख़ास मौक़ों पर ही नेल पेंट लगाएं।
- भरपूर मात्रा में मिल्क प्रोडक्ट्स और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें।
- पर्याप्त मात्रा में विटमिन सी लें। नींबू, संतरा, अंगूर और अनन्नास विटमिन सी के अच्छे स्रोत हैं।
- नियमित रूप से नाख़ूनों के आसपास की त्वचा को मॉयस्चराइज़ करें।
- नाख़ूनों के क्यूटिकल्स की सफ़ाई का ध्यान रखें। यह फंगस और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाते हैं।