Cataracts: मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और उपचार

Cataracts Disease in Hindi: मोतियाबिंद आंखों का एक सामान्य रोग है। प्रायः पचपन वर्ष की आयु से अधिक के लोगों में मोतियाबिंद होता है, किन्तु युवा लोग भी इससे ग्रसित हो सकते हैं। Cataracts | Causes, Symptoms, Types & Treatment in Hindi

Cataracts

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Surprising Facts about Cataracts in Hindi

  1. मोतियाबिंद विश्व भर में अंधत्‍व का मुख्य कारण हैं।
  2. 75 वर्ष की आयु के पश्चात मोतियाबिन्द होना सामान्य हैं।
  3. 60 से अधिक आयु वालों में 40 प्रतिशत लोगों में मोतियाबिंद पाया जाता हैं।
  4. इसका शल्‍य क्रिया एकमात्र इलाज़ है, जो सुरक्षित एवं आसान प्रक्रिया है। 

मोतियाबिन्द की शुरुआत होने पर रोगी की निगाह में अन्तर आ जाता है। उसे लगने लगता है कि मानो वह मोटे शीशे में होकर देख रहा हो कुछ रोगियों को लगता है। अच्छे प्रकाश में वे अपेक्षाकृत अच्छी तरह देख सकते हैं, जबकि धुंधली रोशनी में वस्तुएं नजर नहीं आतीं।

ज्यों-ज्यों मोतिया पकता जाता है, दृष्टि कम होती जाती है पूरी तरह पक जाने पर बहुत धुंधला दिखाई देता है। किसी व्यक्ति का चेहरा तक साफ दिखाई नहीं पड़ता।

मोतियाबिंद के प्रकार | Types of cataracts in Hindi

मोतियाबिंद के अनेक प्रकार हैं, जिनमे से कुछ प्रमुख निम्न है-

  1. Nuclear cataracts:न्यूक्लियर मोतियाबिंद, मोतियाबिंद के सबसे आम रूप हैं। ये आँखों के लेंस के केंद्र में बनते हैं।
  2. Cortical cataracts: कॉर्टिकल मोतियाबिंद आमतौर पर तीली के जैसे अपारदर्शिताएँ होते हैं जो लेंस के किनारे से शुरू होते हैं और इसके केंद्र की ओर बढ़ते हैं।
  3. Congenital cataracts:जन्मजात मोतियाबिंद, जैसा की नाम से ही इस्पष्ट है, यह मोतियाबिंद जन्मजाद होता हैं।
  4. Trauma induced cataracts: चोट से उत्पन्न मोतियाबिंद, लेंस पर कहीं भी बन सकते हैं।
  5. Posterior subcapsular cataracts: पॉस्टीरियर सबकैप्स्यूलर मोतियाबिंद, लेंस के पीछे की केंद्रीय सतह पर विकसित होते हैं। इस प्रकार के मोतियाबिंद दूसरों की तुलना में अधिक तेजी से विकसित होते हैं।

मोतियाबिंद में क्या परहेज़ करें | What to do in Cataract

  • इस इलाज के साथ फलों तथा सलाद का सेवन अधिक कीजिए, क्योंकि ये प्रकृति द्वारा प्रदान किये हुए शरीर के मैल की सफाई करने वाले खाद्य पदार्थ हैं।
  • चाय, कॉफी, शराब, मैदा, चीनी, चावल, उबले हुए आलू, हलवा, भारी तथा चिकनाई वाले भोजन नहीं करना चाहिए।
  • अचार, मुरब्बे, टॉफियां इलाज जारी रहने तक बिल्कुल न खाएं।
  • मोतियाबिन्द का कारण चाहे जो हो, परिणाम एक ही होता है। रोगी की दृष्टि में अन्तर आ जाता है। इसी प्रकार मोतिया चाहे किसी प्रकार का हो उसका अचूक इलाज एक ही है और वह है-आपरेशन आपरेशन (शल्यक्रिया) द्वारा आंख का विकृत लैन्स निकाल दिया जाता है, जिसके कारण फिर से दिखाई पड़ने लगता है।

मोतियाबिंद का उपचार | Treatment of Cataracts in Hindi

मोतियाबिन्द का ऑप्रेशन लेज़र विधि से वर्तमान में लेंस की पारदर्शिता को पुनर्स्थापित करने वाली कोई भी दवा उपलब्ध नहीं है। चश्मे मदद नहीं कर पाते क्‍योंकि प्रकाश की किरणें आंखों से पारित नहीं हो पाती हैं। शल्यक्रिया के द्वारा हटाना ही मोतियाबिंद के इलाज का एकमात्र तरीका है।

मोतियाबिंद सर्जरी के विभिन्‍न प्रकार होते हैं। यदि दृष्टि केवल कुछ धुंधली हो तो मोतियाबिंद का इलाज करने की आवश्यकता नहीं होती है। बस चश्मे बदलने से दृष्टि के सुधार में मदद मिलती है, लेकिन केवल थोड़े समय के लिए। सर्जरी तब करनी चाहिए जब मरीज को अपनी पसंद की चीजें करने के लिए पर्याप्त दिखाई न दें।

क्या किया जा सकता है? | What can be done?

डॉक्टर आपकी आंखों की जांच स्लिट लैम्प (स्लिट-लैंप एक्जामिना टियोनब) और ऑप्थाल्मोस्कोप से करेंगे। यदि आपकी दृष्टि महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित होती है, तो वह शल्य चिकित्सा की सिफारिश कर सकते हैं।

ऑपरेशन करके मोतियाबिंद शल्य चिकित्सा द्वारा हटाकर आंख में एक कृत्रिम लेंस लगा दिया जाएगा। यदि आपकी दृष्टि खराब होने का कोई अन्य कारण नहीं है, तो ऑपरेशन के बाद आपकी दृष्टि में सुधार होना चाहिए। हालाँकि, आपको बाद में भी चश्मा पहनने की आवश्यकता हो सकती है।

स्मरण रहे मोतिया का आपरेशन किसी अच्छे अस्पताल में कुशल चिकित्सक के हाथों से ही होना चाहिए अन्यथा दृष्टि नष्ट हो जाने की आशंका हो सकती है।

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