Uveitis: आंखों के भीतरी भाग की सूजन
यूवाइटिस (Uveitis): यूवाइटिस आंखों से संबंधित रोग है, इस बीमारी में आंख की बीच वाली परत में सूजन व लालिमा आ जाती है। आंख में मौजूद इस परत को यूविया कहते हैं और यही कारण है कि इस बीमारी को यूवाइटिस के नाम से जाना जाता है।
इस बीमारी में मरीज को आंखों में तेज दर्द होता है। कई बार मरीज को आंख से पानी आना व धुंधला दिखाई देने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
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यूवाइटिस क्या है | What is Uveitis in Hindi
आँख का आकार टेनिस की गेंद के समान होता है, भीतरी भाग खोखला होता है। मध्य के खोखले भाग के चारों और ऊतकों (Tissue) की तीन अलग-अलग परतें होती हैं।
- सबसे बाहरी परत स्लेरा (आँख की सफेद परत)
- सबसे भीतरी परत रेटिना (आँख के पिछले भाग पर इमेज एकत्रित करनेवाले ऊतक)
- स्लेग और रेटिना के मध्यवर्ती परत ‘यूविया’।
यूविया ग्रीक शब्द ‘यूवा’ से बना है, जिसका अर्थ है- अंगूर जैसा। जब यूविया में सूजन आ जाती है तब इस स्थिति को ‘यूबिआइटिस’ कहा जाता है।
यूविया, आइरिस, कोरोइड और सिलिअरी से मिलकर बना होता है, कोरोराइड रेटिना की गहरी परतों तक रक्त पहुंचाने का काम करता है। यूविया का अग्र भाग आइरिस (Iris) कहलाता है। आइरिस का काम आंख में जाने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करना होता है।
यूविया का महत्त्व | Importance of uvea in Hindi
यूविया (uvea) में रक्तवाहिकाएँ होती हैं, जिनसे आँख का संपोषण होता है। यूविया में सूजन से कॉर्निया, रेटिना, स्लेरा तथा आँख के अन्य अवयवों पर असर पड़ता है।
चूंकि यूविया आँख के महत्वपूर्ण अवयवों से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें आनेवाली सूजन अधिक खतरनाक होती है। इससे आँख की रोशनी तक जा सकती है। एक सर्वे के अनुसार अमेरिका में 10 % नेत्रहीनता का कारण यूवीआइटिस होता है।
यूविआइटिस के लक्षण | Symptoms Uveitis in Hindi
यूविआइटिस के लक्षणों में संवेदनशीलता, धुंधलापन, आँख लाल होना तथा दर्द होना शामिल हैं।
यूविआइटिस अचानक हो जाता है। इसमें आँख लाल हो जाती हैं तथा पीड़ा होती है। शुरू में दर्द कम होता है और आँखें कम लाल होती हैं, लेकिन धीरे-धीरे धुंधला दिखाई देने लगता है।
- आंखों का लाल होना और दर्द महसूस होना।
- दृष्टि में काले धब्बे नजर आना।
- धुंधला दिखाई देना।
- रोशनी के प्रति अतिसंवेदनशीलता होना।
- आंख की पुतली में कुछ सफेद नजर आना।
इलाज: इलाज का मुख्य उद्देश्य आंखों की सूजन को कम करना होता है। उपचार की एक विधि स्टेरॉइड दवाओं का सेवन करना है।
यूवाइटिस के प्रकार | Types of Uveitis in Hindi
आंख के किस हिस्से में सूजन व लालिमा है, इस आधार पर डॉक्टर इलाज निर्धारित करते हैं। यूवाइटिस मुख्यतः 4 प्रकार के होते है निम्न-
एंटीरियर यूवाइटिस (Anterior uveitis)- आंख के अगले हिस्से में जब सूजन होती है तो उसे एंटीरियर यूवाइटिस कहा जाता है।
इंटरमीडिएट यूवाइटिस (Intermediate uveitis)- वहीं, जब आंख के बीच वाले हिस्सा (middle of the eye) प्रभावित होता है तो इसे इंटरमीडिएट यूवाइटिस कहते हैं
पोस्टीरियर यूवाइटिस (Posterior uveitis)- जब आंख के पिछले हिस्से में (back of the eye) सूजन या लालिमा होती है तो इसे पोस्टीरियर यूवाइटिस के नाम से जाना जाता है।
पैन यूवाइटिस (Pan-uveitis)- जब सूजन आंख के सभी प्रमुख हिस्सों को (all parts of the eye) प्रभावित करती है, तो इसे पैन-यूवेइटिस कहा जाता है। इसमें अक्सर तीनों प्रकार के यूवाइटिस की विशेषताओं और लक्षणों का संयोजन शामिल होता है। यह आंख के लिए सबसे गंभीर स्थिति होती है।
यूवाइटिस के क्या कारण है? | Causes of Uveitis in Hindi
यूविआइटिस होने के दर्जनों कारण हैं, जिनमें वायरल, फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण शामिल हैं। लेकिन, कई मामलों में, इसका कारण अज्ञात है।
आपकी नेत्र देखभाल पेशेवर अक्सर यूविआइटिस के कारण की पहचान कर सकते हैं यदि आंख में कोई आघात हुआ है या आपको कोई संक्रामक या प्रतिरक्षा प्रणालीगत विकार है।
यूवाइटिस का इलाज | Treatment of Uveitis in Hindi
इस रोग में विशेषज्ञ डॉक्टर मरीज को सूजन कम करने की दवाएं देते हैं। ये दवाएं आईड्रॉप, खाने की गोलियां या फिर आंख में इंजेक्शन भी दिया जा सकता है। युवीआइटिस के संक्रमण को कम करने के लिए एंटीबॉयोटिक्स व एंटीबैक्टीरियल दवाएं दी जाती हैं।
डॉक्टर आंख में सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड भी प्रिस्क्राइब कर सकते है। स्टेरॉयड को आई ड्रॉप्स, गोली या इंजेक्शन के रूप में दिया जाना यूविआइटिस के प्रकार पर निर्भर करता है। दवाओं आदि के अलावा विट्रेक्टॅमी नामक ऑपरेशन प्रक्रिया से भी इसका इलाज संभव है।
सावधानी- शीघ्र उपचार प्रारंभ करने वाले रोगियों के लिए परिणाम आमतौर पर अच्छे होते हैं, लेकिन लापरवाही करने पर गंभीर जटिलतायें (मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, बैंड केराटोपैथी, रेटिनल एडीमा तथा दृष्टि का स्थायी नुकसान सहित) उत्पन्न हो सकती हैं।
स्टेरॉयड कई गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं, जैसे कि गुर्दे की क्षति, उच्च रक्त शर्करा, उच्च रक्तचाप, ऑस्टियोपोरोसिस और ग्लूकोमा। इसलिए डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष:- यूवाइटिस के लिए एक नेत्र विशेषज्ञ या नेत्ररोग विशेषज्ञ द्वारा तत्काल गहन परीक्षण तथा सूजन नियंत्रण हेतु तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है।