कनफूटी या कपालफोड़ी (Ballon Vine)
कनफूटी या कपालफोड़ी, भारत की एक सर्सुलभ जड़ी बूटी है, जसे आयुर्वेद में अत्यंत महत्वपूर्ण मन गया है इसलिए आजके इस लेख में हम कनफूटी के औषधीय गुण औ उपयोग के बारे में जानेंगे…
कनफूटी या कपालफोड़ी का विभिन्न भाषाओं में नाम (Ballon Vine Called in Different Languages)
वैज्ञानिक नाम | कार्डियोस्पर्मम हैलिकाकेबम |
अंग्रेज़ी नाम | Ballon Vine, Heart’s Pea |
हिंदी नाम | कानफूटी, कपालफोड़ी, लताफटकी |
गुजराती | बोध, कपालफोड़ी, शिवजाल, नयफटकी |
मराठी | फटफटी |
मलयालम | उलिन्ना |
कन्नड़ | कनकय्या |
बंगाली | ज्योतिष्मती |
तेलगू | वेक्कुदुतिगा |
तमिल | मुदुकोट्टन |
कानफूटी का आयुर्वेदिक और यूनानी गुणधर्म (Ayurvedic & Unani Properties of Ballon Vine in Hindi)
संधि शोध: पत्तियों से तैयार किया गया तेल संधि शोथ में लेपन हेतु बहुत ही कारगर है।
कान के रोग: पत्तियों के रस की 2-3 बूँदें कान दर्द, कान से पीप निकलने पर उपयोग की जा सकती हैं।
बवासीर: बवासीर के लिए इसकी पत्तियों या पूरे पौधे का काढ़ा (20 ग्राम मिश्रण को 200 मि०ली० पानी में तब तक उबालते हैं जब तक कि पानी 50 मि०ली० नहीं रह जाता ) दिन में दो बार दिया जा सकता है।