Body odor: पसीने की दुर्गन्ध को कहें अलविदा
Body Odor: यदि तेज धूप में बाहर जाने का काम पड़ जाए तो पसीना आना स्वाभाविक है। लेकिन कई लोगों को हद से ज्यादा ही पसीना आता है। जब भी पसीना देर तक शरीर पर रहता है तो इससे दुर्गंध (Sweat smell) आती है और यह कीटाणुओं को भी जन्म देता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिनकी मदद से आप पसीना और इससे होने वाली दुर्गंध से निजात पा सकते है।
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पसीना आना क्यों जरुरी है? | Why is sweating so important to survival?
पसीना आना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि पसीने से हमारे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। जितनी ज्यादा गर्मी पड़ेगी, उतना ज्यादा ही हमें पसीना आएगा, इसी पसीने के वाष्पीकरण से हमारी त्वचा को ठंडक मिलती रहती है और शरीर का तापमान स्थिर रहता है। शरीर से दुर्गंध क्यों आती है? “कई लोगों को हद से ज्यादा पसीना आता है। जब भी पसीना देर तक शरीर पर रहता है तो इससे दुर्गंध आती है और यह कीटाणुओं को जन्म देता है।”
पसीने में बदबू आने के कारण | Causes of Sweat smell / Body odor in Hindi
पसीना सबकों और हर मौसम में आता हैं बस फर्क यह है कि किसी को पसीना कम आता है और किसी को अधिक। किसी किसी के पसीने से इतनी दुर्गन्ध आती है कि लोग उसके पास बैठने से भी कतराते है। बगल (underarms) में पसीने की ग्रंथियों की संख्या ज्यादा होती है इसलिए यहां ज्यादा पसीना आता है। आइए जानते है पसीने में दुर्गन्ध आने के क्या क्या कारण होते है-
बैक्टीरिया की वजह से- आमतौर पर पसीने में बदबू बैक्टीरिया चिपकने की वजह से आती है। जब मौसम में अधिक आर्द्रता होती है, तब बैक्टीरिया भी अधिक पनपते हैं और शरीर से निकलने वाले पसीने में चिपक कर बदबू पैदा करते हैं।
पाचन तत्र में गड़बड़ी से- जिन लोगों का पेट ठीक से साफ नहीं होता, कब्ज की शिकायत रहती है, उनके पसीने से बदबू आती है। पेट साफ नहीं होता, तो खाया हुआ भोजन पेट में सड़ता रहता है, जिसकी दुर्गंध पसीने के साथ बाहर निकलती है।
अंसतुलित आहार- प्याज, लहसुन, कैफीन, तला-भुना, अल्कोहल और सिगरेट से भी शरीर से दुर्गंध आ सकती है। सल्फर युक्त सब्जियों के सेवन से भी बचना चाहिए।
दवाइयों के सेवन से- कई बार दवाइयों के अधिक सेवन से भी पीसने में बदबू की समस्या हो जाती है। दरअसल, दवाओं की गर्मी से यह शरीर में दुर्गंध उत्पन्न करती है।
पानी कम पीना: पानी का कम सेवन भी पसीने की बदबू का कारण हो सकता है। इसलिए पानी भरपूर पीएं।
जंक फूड का सेवन: जंक फूड का अधिक सेवन भी आपके शरीर में दुर्गंध उत्पन्न कर सकता है। जब आप प्रोसेस्ट फूड का सेवन करते हैं तो रक्त में मौजूद शक्कर त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया के साथ मिलकर पसीने की बदबू पैदा करती है।
स्ट्रेस के कारण- जब व्यक्ति स्ट्रेस में होता है तो ज्यादा पसीना आता है. ऐसे वक्त शरीर एक तरह का हार्मोन रिलीज करता है जो कपड़े के साथ मिलकर पसीने में दुर्गंध पैदा करता है।
हार्मोनल परिवर्तन: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में शारीरिक दुर्गंध आना सामान्यः बात है। दरअसल गर्भावस्था में हार्मोन में तेजी से बदलाव होता है। उनमें पसीने वाली ग्रंथियां अति सक्रिय हो जाती है और गर्मी को सहने की क्षमता काफी कम हो जाती है। बढ़ते वजन के कारण गर्भवती महिलाओं को ठंड के दिनों में भी अधिक पसीना आ सकता है।
अन्य रोग का लक्षण- कई बार पसीने की दुर्गन्ध अन्य रोग का लक्षण भी हो सकते हैं।
पसीने के बदबू से बचने के उपाय | Sweet smell Home Remedies in Hindi
बगलों से पसीने की बदबू आना एक आम बात है। आप कुछ प्राकृतिक उपाय अपनाकर पसीने की दुर्गन्ध से छुटकारा पा सकते है। शरीर की दुर्गन्ध को दूर करने के कुछ घरेलु उपाय निम्न है-
साफ़ सफाई का ख्याल रखें- हमें अपने शरीर की सफाई पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। बाहरी जीवाणुओं का आक्रमण न हो, इसलिए शरीर और खास तौर से अपने बगल (underarms) को साफ सुथरा रखें। इससे पसीने को रोकने में बहुत मदद मिलती है। इससे आपकी त्वचा संक्रमण और बीमारी से बचती है।
सूती और हलके वस्त्रों का प्रयोग- आप जो : कपड़ा पहनते हैं, कभी कभी वह भी आपको पसीना दे सकता है। इसलिए हमेशा सूती और हल्के वस्त्रों का प्रयोग करें। यह नमी को तुरंत सोख लेता है।
पानी का अधिक सेवन करें- नित्य 2-3 लीटर पानी का सेवन करें, इससे पसीने की बदबू कम आएगी।
नींबू का रस: नींबू की अम्लीय प्रकृति हमारे शरीर के पीएच को कम करती है जिससे बैक्टीरिया का हमारी त्वचा पर टिकना मुश्किल हो जाता है। नींबू का टुकड़ा अथवा रस को लेकर बगल में 10-15 मिनट तक लगायें, फिर सादा पानी से नहाएं। अगर आपकी स्किन संवेदनशील है तो इसे पानी की कुछ बूंदों के साथ मिक्स कर के लगा सकते हैं। इस तरीके से आप अपने काले पड़ चुके बगलों का रंग भी निखार सकते हैं।
एलोवेरा जेल: एलोवेरा जेल एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद है। रात को एलोवेरा जेल बगलों पर लगाएं। सुबह इसे गुनगुने पानी से धो लें।
गुलाब जल : गुलाब जल का स्प्रे अंडरआर्म्स में करने पर बदबू से राहत मिलेगी। आप चाहे तो नहने के पानी में भी गुलाबजल की बूंदे डाल सकते हैं।
खीरे का टुकड़ा: नहाने के बाद अपनी बगलों पर खीरे का टुकड़ा काट कर रगड़ें। खीरे में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो कि शरीर से बैक्टीरिया का नाश करता हैं।
सेब का सिरका : नहाने से पहले सेब के सिरके को थोड़े से पानी में मिलाकर अपनी बगलों में लगायें फिर 15- 20 मिनट बाद हल्के साबुन से धो लें।
टेल्कम पाउडर : नहाने के बाद टेल्कम पाउडर का प्रयोग करें। इससे आपके शरीर में स्फूर्ति तो बनी ही रहेगी और ज्यादा पसीना आने पर पाउडर उसे सोखता भी है।
टमाटर का रस- टमाटर का एसिडिक नेचर स्किन पर मौजूद बैक्टीरिया को मारता है और ज्यादा पसीना आने से रोकता है। टमाटर का रस निकाल कर बगलों में 15-20 मिनट तक लगे रहने दे और फिर नहा लें। इस प्रक्रिया को दो-तीन दिन में एक बार करें।
फिटकरी का पानी- यदि आपके पैरों के तलवों में ज्यादा पसीना आता है, तो एक टब में पानी में दो चम्मच फिटकरी पाउडर डालकर पांच मिनट अपने पैरों को डुबोकर बैठें।
अगर आपके पसीने में अधिक दुर्गंध हो तो नहाने के बाद पानी में थोड़ा सा सफेद सिरका डाल कर उस सिरकेयुक्त पानी से नहाएं। ऐसा करने से आपकी त्वचा पर अम्ल का असर रहेगा, जिससे जीवाणु आपके शरीर से निकलने वाले पसीने की ओर आकर्षित नहीं होंगे।
शरीर की दुर्गन्ध के लिए कुछ मददगार टिप्स | Some helpful tips for body Order in Hindi
गर्मी में पसीना आना सामान्य बात है। मगर जब शरीर और बगलों से निकलने वाला पसीना तीक्ष्ण गंध वाला हो, जिससे कि आसपास के लोगों को परेशानी पैदा होने लगे, तो वह शर्मिंदगी का विषय बन जाता है।
पसीने की दुर्गंध से बचने के लिए कई लोग टैल्कम पाउडर, डिवो, परफ्यूम, इत्र आदि का इस्तेमाल करते हैं। फिर भी ऐसे पसीने की तीखी बदबू अपना प्रभाव छोड़ ही जाती है। इसलिए जरूरी है कि पसीने की बदबू का कारण जानें और उससे बचने के कुछ उपाय आजमाएं।अगर आपकी बगलों में ज्यादा पसीना आता है तो इसका उपचार जरूर करें, नहीं तो लोग आपसे दूर भागने लगेंगे। कई बार जब यह कपड़े पर दाग छोड़ देता है, तो भी वह बहुत शर्मिंदगी भरा होता है। पसीने की बदबू से बचने के लिए बेहतर उपाय है कि इसके कारणों पर रोक लगाएं। नियमित स्नान, पेट साफ रखना, भोजन आदि का ध्यान रखना इसके लिए मुख्य उपाय हो सकते हैं। कुछ
- रोजाना शावर लें। गर्जमी में जरुरत पड़े तो दिन में दो बार भी नहा लें।
- नहाने के लिए नीम या एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें।
- पाचन तंत्र सही रखें। तेल, मसालेदार, फास्टफूड का सेवन न करें।
- गर्मियों में हर रोज कपड़े बदलें और खुले व हल्के कपड़े पहनें।
- हरी सब्जियों और फल का सेवन अधिक सेवन करें। प्याज, लहसुन का सेवन कम कर दें।
- मेथी दाने और ग्रीन टी के सेवन से अपने शरीर को नियमित रूप से डिटॉक्सिफाई करें।
- अलावा टेल्कम पाउडर और इत्र का भी प्रयोग किया जा सकता है।
- हमेशा हल्की खुश्बू वाले डिओडरेंट ही लें, क्योंकि तेज गंध के डिओडरेंट से त्वचा संवेदनशील रसायनिक प्रभाव पड़ सकता है।
अगर शरीर की स्वच्छता बनाए रखने के बाद भी आपके शरीर से तेज गंध आ रही है या पसीना आना कम नहीं हुआ है तो ऐसी परिस्थितियों में डॉक्टर की सलाह लेनी चहियर।