Acne Diet Plan: मुंहासे के लिए डाइट प्लान
Acne Diet Plan: मुंहासे (Pimples) की समस्या हार्मोनल उतार-चढ़ाव, गलत खान-पान या आनुवंशिक गड़बड़ी के कारण हो सकती है। अगर आप भी चेहरे के पिंपल्स (कील-मुंहासों) के कारण परेशान रहते हैं तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। क्योंकि हम आपको एक्ने डाइट प्लान के बारे में जानकारी देंगे, जिसे अपना कर आप मुंहासे की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
Contents
मुंहासे की आहार चिकित्सा | 7 Day Diet Plan for Pimple / Acne in Hindi
समय | आहार योजना |
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प्रातः 6 बजे | एक गिलास संतरे का रस। |
प्रातः 7.30 बजे | ताजे मौसमी फल (सेब, अंगूर, पपीता, अनानास), एक गिलास दूध। |
प्रातः 9 बजे | मौसमी सब्जियों का रस विशेषतौर से गाजर का रस आधा गिलास लें |
प्रातः 11.बजे | 2-3 रोटी, एक बड़ी कटोरी उबली हुई सब्जियां, अंकुरित अनाज, एक कटोरी दही, सब्जियों का सलाद । |
दोपहर 2. बजे | एक गिलास मट्टा |
शाम 4.00 बजे | ताजे फल, एक गिलास ताजे फलों का रस। |
शाम 6 बजे | 1 गिलास गाज़र का रस। |
शाम 7.30 बजे | ताजी सब्जियां (सलाद), रोटियां, अंकुरित अनाज, तथा फलों का सलाद । |
ये आहार चिकित्सा 7 दिन का है यदि आवश्यक हो तो इसे आगे भी चलाया जा सकता है। दूसरे सप्ताह से भोजन में अन्य चीजों को शामिल भी शामिल किया जा सकता है बस आपको नीचे दिए गए पथ्य अपथ्य का ध्यान रखना होगा।
मुंहासे रोग में क्या खाएं | Your Diet During Acne
- अनाज: गेहूं, जौ, ब्राउन राइस, ओट्स।
- दाल : अरहर, मूंग, मसूर दाल (तेल, मसालें कम)।
- सब्जिया: हरी सब्पाजी (लौकी, ब्रोकोली, लौकी, तोरी) फूलगोभी, खीरा, टमाटर, गाजर, नीबू।
- फल: सेब, पपीता, जामुन, अंगूर, संतरे, चेरी, केले, नाशपाती।
- हेल्दी वसा: जैतून का तेल, नारियल तेल, एवोकाडो, नट्स, बीज, नट बटर।
- मसाले: हल्दी, दालचीनी, काली मिर्च, लहसुन आदि।
मुंहासे में क्या ना खाएं | Food to Avoid in Acne
रूमेटाइड अर्थराइटिस (गठिया) से ग्रस्त होने पर इनका सेवन नहीं करना चाहिएःः-
- अनाज: मैदा।
- दाल: छोलें, राजमा, मटर आदि गैस बनाने वाले दालें।
- अन्य: तैलीय मसालेदार, अचार, कोल्ड ड्रिंक्स, मैदे वाले पदार्थ, शराब, मांसहार, फास्टफूड, जंक फ़ूड, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ एवं कठिनाई से पाचन वाला भोजन।
मुंहासे रोग में ध्यान रखने योग्य बातें | Points to be Remember in Acne
- ताजा एवं हल्का गर्म भोजन करें।
- भोजन धीरे-धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें।
- भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरे–धीरे खायें।
- रोज 2-3 लीटर पानी पिएं।
- देर रात तक नही जागें।